How to identify the original Rudraksha -
(कैसे हो ओरिजिनल रुद्राक्ष की पहचान)
- Rudraksha चाहे कितने ही मुख का हो या किसी भी आकार का यदि वह पूर्णरूप से पका हुआ हो तो उसे पानी में डालने पर रुद्राक्ष कुछ समय तैरता है और धीरे- 2 डूब जायेगा, ऐसा ही रुद्राक्ष original Rudraksha होता है.
- यदि ताम्बे के सिक्कों के बीच रुद्राक्ष को रखकर दबाया जाये तो वह तुरंत ही दिशा बदल लेता है. और यदि दो ताम्बे के बर्तनों के बीच इसे रखा जाये तो इसमें कुछ गति आती है और यह हल्का सा हिलने लगता है, माना जाता है की इसमें थोडा सा चुम्बकीय गुण मौजूद होता है.
- यदि इसे कुछ घंटों तक पानी में डालकर बॉईल किया जाने पर भी रंग न निकले तो यह ओरिजिनल रुद्राक्ष होगा. दो असली रुद्राक्षों की उपरी सतह यानि के पठार समान नहीं होती किंतु नकली रुद्राक्ष के पठार समान होते हैं.
- असली रुद्राक्ष को तेज धुप ज्यादा देर तक रखने पर भी रुद्राक्ष में दरारें नहीं आती है.
- एकमुखी रुद्राक्ष को गौर से देखने पर आंख या त्रिशूल सी आकृति दिखाई पड़ती है.
Rudraksha एक ख़ास किस्म के पेड़ के बीज होते है. वैज्ञानिक शोध के अनुसार रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति में बदलाव, चुम्बकीय आकर्षण, आत्मविश्वास तथा भौतिक सुखों को प्राप्त करने के योग बनाता है. शास्त्रों के अनुसार रुद्राक्ष हमरे शरीर की एनर्जी क फ्लो सही बनाकर मानसिक, आध्यात्मिक और शारीरिक स्वास्थ्य प्रदान करते है. ये भुत ही दुर्लभ होते है. हर रुद्राक्ष का अपना एक असर होता है.
रूद्र + अक्ष अर्थात भगवान शिव के आंसू, शिवपुराण में उत्पति की एक कथा आती है - एक समय भगवान भोलेनाथ ने संसार कल्याण के लिए सहस्त्र वर्ष का ताप किया और जब अपने नेत्र खोलें तो उनके नेत्रों से अश्रु धरती पर पड़े जिससे वृक्ष उत्पन हुए और उन वृक्षों से जो फल प्राप्त हुए उन्हें ही रुद्राक्ष कहते है. वैसे तो रुद्राक्ष के बारे में भुत से प्रकारों का वर्णन मिलता है लेकिन मुख्य रूप से रुद्राक्ष चौदह मुखों वाले होते है, और प्रत्येक मुख का अपना एक महत्त्व है.
Types of Rudraksha ( रुद्राक्ष के प्रकार )
- एकमुखी
- दो मुखी
- त्रिमुखी
- चतुर्मुखी
- पंचमुखी
- षष्टमुखी
- सप्त मुखी
- अष्टमुखी
- नवमुखी
- दस मुखी
- एकादश मुखी
- द्वादस मुखी
- त्रयोदश मुखी
- चतुर्दश मुखी
- गौरीशंकर रुद्राक्ष
Special Precautions सावधानी
Rudraksha धारण करने को तामसिक पदार्थों का सेवन कदापि नहीं करना चाहिए जैसे की मीट, अंडा, अल्कोहल आदि
रुद्राक्ष - How to identify genuine original Rudraksha and Types
Reviewed by Unknown
on
September 28, 2017
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